Showing posts with label पेड़. Show all posts
Showing posts with label पेड़. Show all posts

rAshtrIy pEd_राष्‍ट्रीय पेड़

rAshtrIy pEd_राष्‍ट्रीय पेड़

National Symbols of India :: भारत के राष्ट्रीय चिन्ह














1) बरगद (अंग्रेज़ी:Banyan Tree) भारत का राष्‍ट्रीय वृक्ष है।
2) इसे 'बर', 'बट' या 'वट' भी कहते हैं।
3) बरगद 'मोरेसी' या 'शहतूत' कुल का पेड़ है।
4) इसका वैज्ञानिक नाम 'फ़ाइकस वेनगैलेंसिस (Ficus bengalensis) है।
5) यह एक सदाबहार पेड़ है, जो अपने प्ररोहों के लिए विश्वविख्यात है।
6) इसकी जड़ें ज़मीन में क्षैतिज रूप में दूर-दूर तक फैलकर पसर जाती है।
7) इसके पत्तों से दूध जैसा पदार्थ निकलता है।
8) यह पेड़ 'त्रिमूर्ति' का प्रतीक है। इसकी छाल में विष्णु, जड़ों में ब्रह्माऔर शाखाओं में शिव विराजते हैं।
9) भारत में बरगद के दो सबसे बड़े पेड़ कोलकाता के राजकीय उपवन में और महाराष्ट्र के सतारा उपवन में हैं।

jhUmkar jab barsAt_झूमकर जब बरसात

jhUmkar jab barsAt_झूमकर जब बरसात

Poetry on Rain :: बरसात पर कविता












मोर की तरह नाच उठे पेड़ों के पत्ते,
झूमकर जब बरसात हुई।
कई महीनों से जमी धूल और गंदगी,
इसके साथ बही।

चमक उठी हर ऊंची इमारत,
महक उठी हर पेड़ की डाली।
नदियों ने करवट ली और,
समंदर में लहर बन गई।

और इस बार फिर बरसात,
दुखी होकर अपने घर चली गई।
बोली धो ना सकी मैं वो मैला दिल,
जो खून की नदियां बहाता है।
चमका न सकी मैं उस मन को,
जो हर तरफ गंदगी फैलाता है।

रूठी है अब भी धरती मुझसे,
और कहती यही हर बार है।
बहुत है बोझ और गंदगी मुझ पर,
क्यों ना बहा ले गई तुम।

सोचा अबकी बरस जो आऊंगी,
तो इतना बरस जाऊंगी।
हर अच्‍छा और हर बुरा,
साथ में अपने ले जाऊंगी।
लूंगी वो विकराल रूप की,
प्रलय मैं बन जाऊंगी।

बरसूंगी एक बार इस तरह कि,
सुख-दुख सब ले जाऊंगी।
तेरे दिल का बोझ धरती,
एक दिन मैं कम कर जाऊंगी।

सुन ले हर मैले दिल वाले,
खून की नदियां बहाने वाले।
जब मैं अपना रूप दिखाऊंगी,
तुम सबको अपने संग ले जाऊंगी।

ना कोई हथियार होगा,
ना कोई विस्फोट होगा।
ना ही मैं रुकूंगी,
ना कोई मुझे रोकने वाला होगा।

- जया ठोमरे 'कुमावत'